मिल्क किंग की कहानी, 60 लीटर से 36 लाख लीटर तक का सफर, अमूल मिल्क से है टक्कर
वेदराम नगर पारस मिल्क: एक मिल्कमैन की कहानी
Sanjay Purohit
Created AT: 11 दिसंबर 2023
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नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं तो आप पारस मिल्क के बारे में जरूर जानते होंगे. संभव है कि आपके घर में भी पारस मिल्क आता हो. यह कंपनी हर दिन करीब 36 लाख लीटर दूध बेच देती है. क्या आपको पता हैं कि इसकी शुरुआत मात्र 60 लीटर दूध प्रतिदिन की बिक्री से हुई थी और आज यह कंपनी 36 लाख लीटर दूध का प्रोडक्शन डेली करती है. दिल्ली-एनसीआर में इसका सीधा मुकाबला अमूल के साथ है. इसके संस्थापक वेद राम नागर है, जिनका 2005 में निधन हो गया था.
वी.आर.एस. फूड नाम से की एक कंपनी स्थापित
1933 में जन्मे वेद राम नागर ने पहली कंपनी 1980 में स्थापित की. इसके बाद 1984 में उन्होंने दूध व उससे बने उत्पाद बनाने वाली कंपनी लगाई. वी.आर.एस. फूड नाम से एक कंपनी स्थापित की गई. पहला मिल्क प्लांट 1987 में गाजियाबाद के साहिबाबाद में स्थापित किया गया. इसके बाद कंपनी ने लगातार प्लांट लगाने शुरू किए. 1992 में गुलावठी में एक और बड़ा मिल्क प्लांट लगाया. 2004 में कंपनी दिल्ली-एनसीआर के बाहर निकल गई और ग्वालियर में मिल्क प्लांट लगाया.2005 में बदला कंपनी का नाम
उनके निधन के बाद 2008 में उनकी कंपनी का नाम बदलकर वेदराम एंड संस प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया. इसका प्रमुख ब्रांड पारस है जिसे दिल्ली-एनसीआर में काफी ख्याति प्राप्त है. यह हर दिन आज कंपनी 36 लाख लीटर दूध बेचती है. इसके अलावा कंपनी अब डेयरी के अलावा भी कई व्यापार कर रही है. वेदराम नागर के बेटों ने बिजनेस का विस्तार किया. अब कंपनी हेल्थ केयर, रीयल एस्टेट, शिक्षा व दवा उत्पादन समेत कई क्षेत्रों में काम कर रही है. यूपी के बागपत से एक साधारण दूध विक्रेता के रूप में शुरू हुए वेदराम नागर का कारवां आज देश के कई इलाकों में लाखों से लोगों को शामिल कर चुका है.ये भी पढ़ें
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